भाषा और शब्द चयन

लेखन का असली प्रभाव केवल विषय या विचार पर नहीं, बल्कि भाषा और शब्दों के चयन पर निर्भर करता है। अच्छे शब्द सही जगह पर इस्तेमाल हों तो साधारण विचार भी प्रभावशाली बन जाता है।



1. सरल और स्पष्ट भाषा

  • पाठक को समझ आने वाली भाषा का प्रयोग करें।

  • कठिन और जटिल शब्दों से बचें, जब तक कि उनका उपयोग आवश्यक न हो।

  • लेखन का उद्देश्य संवाद है, दिखावा नहीं।



2. सटीक शब्दों का चयन

  • एक ही बात को व्यक्त करने के कई शब्द होते हैं, लेकिन सही शब्द वही है जो भावना और अर्थ दोनों को ठीक से व्यक्त करे।

  • जैसे “क्रोध” और “आक्रोश” दोनों गुस्से को व्यक्त करते हैं, लेकिन इनके भाव में अंतर है।



3. शब्दावली का विस्तार

  • रोज़ नए शब्द सीखने की आदत डालें।

  • शब्दकोश और पर्यायवाची-अंतोनिम (Synonym–Antonym) सूचियों का अध्ययन करें।

  • अलग-अलग शैलियों की किताबें पढ़ें — उपन्यास, कविताएँ, निबंध, पत्रकारिता लेख आदि।



4. भावनात्मक शब्दों का प्रयोग

  • ऐसे शब्द चुनें जो पाठक के मन में चित्र बना सकें।

  • उदाहरण के लिए, “बारिश हो रही थी” की जगह “हल्की-हल्की फुहारें मन को भिगो रही थीं” ज्यादा असरदार है।



5. संवादात्मक शैली

  • खासकर ब्लॉग या लोकप्रिय लेखन में, बातचीत जैसी भाषा अपनाएँ।

  • इससे पाठक को लगेगा कि लेखक सीधे उससे बात कर रहा है।

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